Fuyu Persimmon (जापानी फुयू) – एक खास फलदार पौधा
भारत में बागवानी और फलदार पौधों की विविधता बहुत व्यापक है। इन्हीं में से एक खास और आकर्षक पौधा है Fuyu Persimmon (फुयू पर्सिमन), जिसे जापानी फल भी कहा जाता है। यह फल धीरे-धीरे भारत के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इसका स्वाद, पौष्टिकता और सौंदर्य सभी को पसंद आते हैं। Fuyu Persimmon का परिचय फुयू पर्सिमन मूल रूप से जापान और एशियाई देशों से आया हुआ फलदार पौधा है। यह शरद ऋतु में सुनहरे-नारंगी रंग के आकर्षक फल देता है। इसका आकार कुछ-कुछ टमाटर जैसा होता है और स्वाद हल्का मीठा तथा सुखद होता है। पौष्टिकता इस फल में विटामिन-ए, विटामिन-सी, पोटैशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। नियमित सेवन से यह पाचन तंत्र को मज़बूत करने, प्रतिरक्षा बढ़ाने और शरीर को ऊर्जा देने में सहायक है। पौधे की विशेषताएँ पत्तियाँ हरे रंग की बड़ी और चमकदार होती हैं। शरद ऋतु में पत्तियाँ सुनहरी-लाल रंग में बदल जाती हैं, जिससे यह पौधा सजावटी दृष्टि से भी सुंदर लगता है। एक बार स्थापित होने के बाद पौधा लंबे समय तक फल देता है। खेती के लिए उपयुक्त क्षेत्र फुयू पर्सिमन ठंडी जलवायु वाले इलाकों में अच्छी तरह फलता-फूलता है। भारत में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कुछ उत्तरी राज्यों में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है। अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और धूप वाले स्थान इसके लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं। रोपाई और देखभाल पौधा लगाने के लिए ज़रूरत अनुसार लगभग 2, 2.5 या 3 फीट का गड्ढा खोदा जाता है। इसमें खेत की गोबर की खाद और कम्पोस्ट मिलाना लाभदायक है। शुरुआती वर्षों में नियमित सिंचाई और हल्की छंटाई करनी चाहिए। धीरे-धीरे पौधा मजबूत होकर अच्छी पैदावार देने लगता है। निष्कर्ष फुयू पर्सिमन केवल स्वादिष्ट और पौष्टिक फल ही नहीं, बल्कि अपने सुंदर रूप के कारण बगीचों को और आकर्षक बना देता है। सही देखभाल और उपयुक्त जलवायु मिलने पर यह लंबे समय तक फल देता है और बागवानी प्रेमियों के लिए एक खास अनुभव साबित होता है।
